Dhara 355 BNS in Hindi: हमारे आस पास बहुत से ऐसे लोग रहते हैं जो नियमित शराब का सेवन करते है। इन में से कई लोग शराब पीने के बाद चुपचाप घर जाकर सो जाते हैं या शांत रहते हैं लेकिन जो लोग शराब पीकर शहर, बाजार, गली-मोहल्ले जैसे किसी सार्वजनिक स्थान पर हुड़दंग करते या अराजकता फैलाकर लोगों को परेशान करते हैं, तो ऐसा करना भारत में लागू किए गए नए कानून भारतीय न्याय संहिता 2023 के Dhara 355 BNS के अनुसार दंडनीय है। तो आईए जानते हैं की Dhara 355 BNS क्या है और इसमें किस प्रकार की सजा व जुर्माने का प्रावधान है।
- उपहाति से सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी
- आपराधिक मानव वध से सम्बन्धित जानकारी
- हत्या के लिए दण्ड से सम्बन्धित जानकारी
- दूसरी शादी की तो होगी जेल, कैसे बचें
- दहेज मृत्यु के लिए दण्ड से सम्बन्धित जानकारी
- बलात्कार की धारा, सजा व बचाव
Dhara 355 BNS in Hindi क्या है?
इस धारा 355 BNS के अनुसार जो कोई व्यक्ति शराब पीकर या शराब के नशे में किसी सार्वजनिक स्थान जैसे,- बाजार, चौराहा, मंदिर, मस्जिद, चौपाल या ऐसे ही किसी अन्य स्थान पर हुड़दंग करता है या अराजकता फैलता है या कोई ऐसा कृत्य करता है जिससे वहां के लोगों को भारी असुविधा/कठिनाई/क्षोभ होती है तब ऐसे शराबी व्यक्ति को Dhara 355 BNS के तहत् 24 घंटे तक के कारावास या ₹1000 तक जुर्माना या सामुदायिक सेवा के दंड से दंडित किया जाएगा।
नोट:– 1 जुलाई 2024 से लागू हुए भारतीय न्याय संहिता 2023 से पहले Dhara 355 BNS को भारतीय दंड संहिता (IPC) की Dhara 510 के अंतर्गत रखा गया था जिसमें इस प्रकार के अपराध के लिए केवल 10 रुपए के जुर्माने का प्रावधान था।
Dhara 355 BNS कब लगती है?
जब कोई व्यक्ति किसी सार्वजनिक स्थान पर शराब पीकर कोई ऐसा कार्य करता है जिससे वहां के लोगों को काफ़ी असुविधा/समस्याओ का सामना करना पड़ता है तब ऐसे व्यक्ति के ऊपर पुलिस BNS की धारा 355 का इस्तेमाल करती है।
धारा 355 तब लगती है जब कोई व्यक्ति-
- किसी बाजार में शराब पीकर अराजकता फैला रहा हो,
- किसी होटल या सराय में उत्पात मचा रहा हो,
- किसी बस अड्डे पर नशे में लोगों से धक्का मुक्की कर रहा हो,
- किसी रेलवे स्टेशन पर शराब पीकर यात्रियों को परेशान कर रहा हो,
- नशे में किसी सार्वजनिक रास्ते को बाधित कर रहा हो,
- या शराब पीकर कोई ऐसा कार्य कर रहा हो जिससे लोगों को परेशानी हो।
अन्य पूछे जाने वाले प्रश्न –
क्या Dhara 355 BNS जमानतीय है?
हां, Dhara 355 BNS के तहत किया गया अपराध जमानतीय होता है और जिस पुलिस स्टेशन में इस धारा के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया जाता है वहीं से तुरंत जमानत भी मिल जाती है।
अब Dhara 510 BNS में क्या है?
भारतीय दंड संहित (आईपीसी), 1860 को 1 जुलाई 2024 से अमान्य करने के बाद भारत में भारतीय न्याय संहिता, 2023 लागू किया गया, जिसमें केवल 358 धाराएं हैं, इसलिए भारतीय न्याय संहिता में धारा 510 BNS नाम की कोई धारा नहीं है।
BNS कब लागू किया गया है?
संपूर्ण भारत में 1 जुलाई 2024 से केंद्र सरकार द्वारा स्वदेशी नया कानून भारतीय नई संहिता, 2023 को लागू कर दिया गया है।
हमारे वेबसाइट www.bnsinhindi.com पर प्रकाशित लेख का उद्देश्य केवल देश के नागरिकों को नए कानून की धाराओं को आसान भाषा में जानकारी देना है। वास्तव में इन धाराओं को वर्णित करने वाले शब्दों का दूसरा अर्थ भी हो सकता है जिसे जान बूझ कर प्रकाशित नहीं किया गया है।
हमारे वेबसाइट www.bnsinhindi.com पर प्रकाशित लेख पढ़कर आपको कैसा लगा comment करके जरुर बताए और अगर आप कुछ पूछना या सुझाव देना चाहते हैं तो भी comment करना न भूलें।